April 20, 2025 5:40 pm

जिले में औद्योगिक विकास और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए लैंड बैंक बढ़ाया जाएगा

जिले में औद्योगिक विकास और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए लैंड बैंक बढ़ाया जाएगा

अनुकूल और बाजार केंद्रित नवीन औद्योगिक इकाइयों को किया जाएगा प्रोत्साहित

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के संबंध में जनप्रतिनिधियों उद्योगपतियों और अधिकारियों की बैठक आयोजित

बैतूल 08 नवम्बर, 2024 नर्मदापुरम संभाग अंतर्गत नर्मदापुरम जिले के संभागीय आईटीआई में 7 दिसंबर 2024 को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से बैतूल जिले में औद्योगिक विकास की गतिविधियों को गति प्रदान करने के लिए शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विधायक बैतूल श्री हेमंत खंडेलवाल, विधायक आमला डॉ.योगेश पंडाग्रे, विधायक मुलताई श्री चंद्रशेखर देशमुख तथा कलेक्टर बैतूल श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अक्षत जैन सहित एमपीआईडीसी और उद्योग विभाग के अधिकारियों तथा उद्योगपतियों की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई। बैठक में बैतूल जिले में व्यापार व्यवसाय और निवेश को प्रोत्साहन मिले इस संबंध में स्थानीय जनप्रतिनिधियों उद्योगपतियों और अधिकारियों ने विस्तृत चर्चा की और सुझाव दिए गए।

जिले में प्राकृतिक वन संपदा और संसाधन प्रचुर मात्रा में विद्यमान
विधायक श्री खंडेलवाल ने कहा कि बैतूल जिले के चारों ओर रोड कनेक्टिविटी बेहतर है। यहां प्राकृतिक वन संपदा और संसाधन प्रचुर मात्रा में विद्यमान हैं। जिले में नवीन औद्योगिक इकाइयों को आकर्षित करने के लिए उपयुक्त भूमि का चिन्हांकन कर लैंड बैंक बढ़ाया जाए। विशेष रूप से राष्ट्रीय राजमार्गों पर लैंड बैंक उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास किए जाए, जिससे बड़े उद्योगपति जिले में निवेश के लिए आकर्षित हो सके। उन्होंने कहा कि जिले में बंद हो चुकी औद्योगिक इकाइयों और औद्योगिक भूमि संबंधी न्यायालयीन प्रकरणों का भी त्वरित निराकरण करने के प्रयास किए जाएं।
माइनिंग सेक्टर, वुड सेक्टर में निवेश को आकर्षित करने की दिशा में हो प्रयास
विधायक श्री पंडाग्रे ने कहा कि बैतूल जिले में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। बैतूल जिले के अनुकूल और मार्केट केंद्रित उत्पाद संबंधी इकाइयों की स्थापना के लिए प्रोत्साहन दिया जाए। इसके लिए बाजार केंद्रित सर्वे भी कराया जाए। जिले में माइनिंग सेक्टर, वुड सेक्टर इत्यादि में निवेश को आकर्षित करने की दिशा में प्रयास हो। विधायक श्री देशमुख ने मुलताई में उपलब्ध लैंड बैंक और उसके संभावित उपयोग के संबंध में जानकारी दी।
कॉन्क्लेव में सम्मिलित होने के लिए कराए रजिस्ट्रेशन
कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जी की मंशानुरूप प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन करने के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा हैं। उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सागर और रीवा संभाग के पश्चात अब नर्मदापुरम संभाग में इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित सभी उद्योगपतियों, एंटरप्रेन्योर को कॉन्क्लेव में सम्मिलित होने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने का आग्रह किया। कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि वह अपने क्षेत्र में 25 से 50 एकड़ की राजस्व भूमि को चिन्हित कर जानकारी जिला कार्यालय भेजे। मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के कार्यकारी निदेशक श्री एन के वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 7 दिसंबर को नर्मदापुरम में प्रस्तावित इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का प्रमुख उद्देश्य नेटवर्किंग, नॉलेज शेयरिंग, शोकेसिंग इनोवेशन, इन्वेस्टमेंट एंड फंडिंग, मार्केट एक्सपेंशन, स्किल डेवलपमेंट, कॉलेबर्शन एंड पार्टनरशिप, इकोनॉमिक डेवलपमेंट हैं। इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में लगभग 4000 प्रतिभागियों का सम्मिलित होने का अनुमान हैं। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन आगामी सोमवार से शुरू होगा।श्री वर्मा ने बताया कि इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 5 मेजर इन्वेस्टमेंट सेक्टर है, जिसमें फूड प्रोसेसिंग, टूरिज्म, रिनीवेबल एनर्जी, माइनिंग एंड मिनरल और माइनर फॉरेस्ट प्रोड्यूस शामिल हैं। साथ ही ओडीओपी के तहत नर्मदापुरम संभाग के जिले नर्मदापुरम में पर्यटन, बैतूल में टिक वुड और हरदा में बंबू को प्रोत्साहित भी किया जाएगा।
जिले में दो नवीन औद्योगिक क्षेत्र एवं क्लस्टर हो रहे विकसित
महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र बैतूल श्री रोहित डावर ने बताया कि बैतूल जिले में औद्योगीकरण को बढावा देने एवं रोजगार के नये अवसर सृजित करने के उद्देश्य से विभाग द्वारा दो नवीन औद्योगिक क्षेत्र एवं दो क्लस्टर विकसित किये जा रहे हैं जिनमें आगामी 5 वर्षों में लगभग 450 औद्योगिक इकाईयों को भूमि आवंटन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र, मोही 14.475 एकड़ भूमि पर स्थापित है। जिसमें प्रथम चरण में 6.213 हेक्टेयर भूमि पर लोक निर्माण विभाग एवं लघु उद्योग निगम द्वारा विकास कार्य प्रक्रियाधीन है। यहां आवंटन योग्य भू खण्डों की संख्या 34 है। आगामी दिसम्बर 2024 तक विकास कार्य पूर्ण कर भूखण्डों का आवंटन किया जायेगा। जिसमें आगामी वर्षों में लगभग 50 MSME को भूमि आवंटन की कार्यवाही किया जाना प्रस्तावित है।
इसी प्रकार दूसरा क्लस्टर इलेक्ट्रानिक एवं मैकेनिकल क्लस्टर, चोरडोंगरी हैं जहां भारत सरकार की एमएसई-सीडीपी योजनान्तर्गत ग्राम चोरडोंगरी में 18.601 हेक्टेयर भूमि पर इलेक्ट्रॉनिक एवं मैकेनिकल क्लस्टर स्थापित किया जा रहा है। जिसमें प्रथम चरण में आवंटन योग्य भूखण्ड 71 है। आगामी 1 वर्ष में अधोसंरचना विकास कार्य पूर्ण किया जाएगा। उक्त परियोजना की कुल लागत 10.03 करोड़ है। द्वितीय चरण में आगामी वर्षों में अधोसंरचना विकास किया जाकर लगभग 100 एमएसएमई को भूमि आवंटन की कार्यवाही किया जाना प्रस्तावित है।
औद्योगिक विकास के लिए 471.92 हेक्टेयर लैंड बैंक किया गया चिन्हित
महाप्रबंधक श्री डावर ने बताया कि औद्योगिक प्रयोजन के लिए हस्तांतरित 76 हेक्टेयर और आवंटन के लिए प्रक्रिया दिन 29 हेक्टेयर के अतिरिक्त औद्योगिक विकास के लिए 471.92 हेक्टेयर लैंड बैंक चिन्हित किया गया है। तहसील भैंसदेही के ग्राम धोंडी में 85.565 हेक्टेयर, तहसील भैंसदेही के ग्राम बड़गांव में 22.921 हेक्टेयर, तहसील शाहपुर के ग्राम बाकाखोदरी में 14.657 हेक्टेयर और तहसील घोड़ाडोंगरी के ग्राम सिवनी पाठ में 241.982 हेक्टेयर लैंड इस प्रकार कुल 471.92 हेक्टेयर लैंड बैंक चिन्हित किया गया है।

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