सरकारी नौकरी करना महिलाओं के लिए हुआ मुश्किल शासकीय कर्मचारियों को न्याय के लिए देना पड़ रहा ज्ञापन
असामाजिक तत्व की प्रताडऩा से परिक्षेत्र पर्यवेक्षक परेशान एसडीएम और थाने में आवेदन देकर की कार्रवाही की मांग
आमल.जिले से लेकर ब्लाक स्तर पर शासकीय महिला कर्मचारियों को प्रताड़ित करने के अनेक मामले सामने आ रहे है ऐसे में तो महिलाओं का नौकरी करना ही मुश्किल हो जाएगा। ब्लाक स्तर पर महिला एव बाल विकास परियोजना में कार्यरत पर्यवेक्षक महिला कर्मचारी को प्रताड़ित करने का मामला प्रकाश में आया है हद तो तब हो गई जब महिला कर्मचारी को शिकायतकर्ता द्वारा फोन,ओर मैसेज करके प्रताड़ित किया जाने के मामले में आला अधिकारियों द्वारा कोई भी एक्शन नही लिया जा रहा है ऐसे में महिला कर्मचारी अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रही है। उक्त महिला कर्मचारी को गाव के ही एक असामाजिक तत्व द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। पर्यवेक्षक महिला कर्मचारी मानसिक रूप से प्रताड़ित है लेकिन प्रशासन के आला अधिकारी कोई ठोस कारवाई नही कर रहा है। और ना ही पुलिस विभाग ने अभी तक उक्त असामाजिक तत्व पर कोई कानूनी कारवाई की है।
क्या है पूरा मामला…………
असमाजिक तत्व हुमनलाल यदुवंशी द्वारा मानसिक रूप से प्रताडित किये जाने की शिकायत पीडि़त ने आमला एसडीएम और बोरदेही थाने में की है। श्रीमति वर्षा पवार ने शिकायती आवेदन में बताया कि वह महिला एवं बाल विकास परियोजना आमला में परिक्षेत्र पर्यवेक्षक के पद पर पदस्थ है। पिछले कुछ माह से हुमनलाल यदुवंशी निवासी ग्राम मांडई द्वारा मानसिक रूप से प्रताडित किया जा रहा है। उनका आरोप है कि उक्त व्यक्ति बिना प्रमाण के 35500 रूपये देने का आरोप लगाकर सीएम हेल्पलाईन में शिकायत कर मानसिक रूप से प्रताडि़त कर रहा है। जब हुमनलाल युदवंशी से प्रमाण सहित जॉच के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग बैतूल द्वारा बुलाए जाने के लिए पत्र हुमनलाल को दिया जाता है, तो उक्त व्यक्ति पत्र लेकर पावती नही देता है, और शिकायत जाँच में उपस्थित नही होता है। विगत दो दिनों से नए-नए नम्बरों से फोन कर रहा है, और व्हाटसएप में हाय लिख रहा है, और टेक्स मेंसेज में मुझसे बात करे, इस तरह से हुमनलाल अत्याधिक प्रताडित कर रहा है, इसकी उक्त हरकतों से सभी पर्यवेक्षक असुरक्षित महसूस कर रही है। आवेदन में पीडि़त ने हुमनलाल के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही करने और उन्हें पुलिस सुरक्षा दिलाने की मांग की है। इस अवसर पर पुष्पा खातरकर, भावना चौधरी, ममता पाटिल, देवा बेले, श्रीमती पुष्पा तिवारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।12 नवंबर को बोरदेही थाने में लिखित शिकायत की थी लेकिन झूठी शिकायत करने वाले ओर महिला को प्रताड़ित करने वाले व्यक्ति ओर पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई है। आज सभी महिला सुपरवाइजर कर्मचारियों ने एसडीएम शैलेंद्र बड़ोनिया को ज्ञापन सौपकर कार्यवाही की मांग की गई है।