अकंल स्कूल जाते है तो ठंड बहुत लगती है सर्दी खासी बुखार की चपटे में छोटे-छोटे बच्चे वारयल फीवर का प्रकोप
कड़ाके की ठंड शीत लहर के कारण बच्चों के स्कूलों की छुट्टी करने की उठी मांग
आमला.नगर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मंगलवार के दिन तेज शीत लहर चली। लगातार मध्यप्रदेश के कई जिलों में ठंड तेजी से बढ़ती जा रही है। लोग घरों से निकलने में हिचकिचा रहे हैं। लेकिन ऐसे में भी बच्चों को सुबह सुबह जल्दी स्कूल के लिए निकलना पड़ रहा है। बच्चों के स्कूल का टाइम 9 बजे कर दिया गया है कड़कड़ाती ठंड को देखते हुए अब स्कूलों की छुट्टी की मांग की जा रही है। कड़ाके की ठंड ओर शीत लहर से लोग घरों से निकल नही रहे है ऐसे में छोटे छोटे बच्चों का स्कूल जाना बहुत मुश्किल है। इस समय लगातार कड़ाके की ठंड पड़ रही है जिसकी वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त होता जा रहा है। ऐसे में स्कूल में पढ़ाई करने के लिए जाने वाले छोटे बच्चों को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी संबंध में शहर के लोगों ने 5 दिन स्कूलों की छुट्टी करवाने की मांग की है। शनिवार को एसडीएम से लोगो ने की मांग की है जिसमें उन्होंने कक्षा नर्सरी से लेकर आठवीं तक के स्कूल बंद रखने की मांग की है। ज्ञापन देने आए लोगों ने बताया कि 10 दिसम्बर से रात का पारा लगातार डाउन हो रहा है। इसी तरह से दिन के समय में भी पारा काफी नीचे जाता जा रहा है। अधिक ठंड की वजह से बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े इस वजह से स्कूलों की छुट्टी करवाने की मांग की है। इस विषय मे ओबीसी ब्लाक अध्यक्ष दिलीप पाल ने बताया कि कड़ाके की ठंड है। साथ ही शीत लहर चल रही है बच्चों में सर्दी खासी बुखार वायरल फीवर की शिकायत ज्यादा आ रही है। ऐसे में कड़ाके की ठंड में बच्चे स्कूल जाएंगे तो उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ सकती है। जनसेवा समिति के संरक्षक रितेश खुराना ने कहा कि इस समय असहनीय ठंड पड़ रही है बुजुर्गों ओर युवाओं की हालत खराब हो गई है ऐसे में छोटे बच्चों की तबियत बिगड़ रही है कड़ाके की ठंड को देखते हुए शीतकालीन अवकाश देना चाहिए हम कलेक्टर से मांग करते है कि बच्चों के स्वस्थ को देखते हुए शीतकालीन अवकाश दिया जाए।
इनका कहना है……………………
आज तो बहुत ही ठंड है मैने डीईओ साहब को कहा है कि स्कूल के प्राचार्य ओर पाकलो से चर्चा करें नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों की छुट्टी होना चाहिए इसके लिए आज ही कलेक्टर साहब से चर्चा करता हु।
शैलेंद्र बडोनिया एसडीएम अमला